Saturday, February 13, 2010

वेलेन्टाइन डे


--हरिओम पारीक


वेलेन्टाइन डे पर
गजब को सीन हुयो एसो
कॉलेज की गली में
एक भैंसो आजु-बाजु देखकर
भैंस कनै आयो
नीचलो होठ टेढो करके
मंद-मंद मुस्कायो
भैंस पहले तो घबराई
पाछै धीरे सी रम्भाई
भैंसो सोच्यो
आ प्यार की छाप है
रास्तो एकदम साफ है

अपणे मुँह से
लाल गुलाब निकाल के
भैंस ने दे दियो
जानेमन! आई लव यू
कह दियो

भैंस भी भैंसा की दिवानी हो गयी
रोज सींग मारती-मारती
स्याणी हो गयी
वा शरम से लजाबा लागगी
नजर नीची करी
पूँछ ऊँची करी
अर गोबर करके भागगी

रोज तळाई का पानी में
मुँह देख देखकर
बाळ बनाबा लागगी

भैंस और भैंसा को प्यार
परवान चढ गयो
भैंस के प्यार से
भैंसा को स्टेट्‌स बढ गयो

बात भैंस के मालिक तक पहुँची
वो बोल्यो-
ई बेरोजगार भैंसे से
सगाई करबा की रिस्क कोन्या लूंगो
कोई सरकारी भैंसो देखूँगो

सुणते ही भैंस बावली हो गयी
भैंसे से मिलने को उतावली हो गयी
दोनों ने सींगों से सींग मिलाकर
सोगन काढी
जठै रहेगो पाडो बठै रहेगी पाडी

दोनों प्लान बनाने लग गया
एक रात मौका पाकर भग गया
दोन्यां के भागते ही सारी बस्ती जागी
सारी बस्ती में चर्चा होने लागी
नया पशु बीं जोडी ने अपणो
आदर्श बतावे हा
पुराणा पशु पालक भैंस मालिक नै हडकावे हा
पुलिस में एफआईआर लॉज कराओ
भैंस की जल्दी खोज कराओ
मंत्री फोन पर अर्ज करी
जण थाणादार रिपोर्ट दर्ज करी

थाणेदार दोन्यां का
मोबाइल नम्बर प्रेस कर्‌या
टावर का स्थान
ट्रेस कर्‌या
जाब्ता लेकर दबिश पटकी
और भैंस-भैंसा की
जोडी ने जा झटकी
पकड में आते ही
भैंस बोली-
थाणादारजी मैं थाने
सधी-सधी कहस्यूँ
मैं ई भैंसा के साथ ही रहस्यूँ
थे मनै कमजोर
मत समझो
खूब खाई खेली हूँ
पहले से ही मीडिया ने
बुलाय मेली हूँ

थे फिर भी ना मान्या तो मैं
पशुवाधिकार आयोग में जाऊँगी
थाँका खोटाँ कारनामा गिणाऊँगी
सुणता ही थानेदार ढीलो पडगो
चेहरो पीळो पडगो
वो बोल्यो सब
अपने-अपने घर जावो
म्हारी जान मत खावो
मैं तो ईतना ही कह रह्यो हूँ
नव-विवाहताँ ने
सुखी जीवन को आशीर्वाद दे रह्‌यो हूँ

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